अंतिम प्रभा का है हमारा विक्रमी संवत यहाँ, है किन्तु औरों का उदय इतना पुराना भी कहाँ ?
ईसा,मुहम्मद आदि का जग में न था तब भी पता, कब की हमारी सभ्यता है, कौन सकता है बता? -मैथिलिशरण गुप्त

शुक्रवार, 1 फ़रवरी 2013

वेद:-आधुनिक विज्ञान का मूल आधार

निकोल टेस्ला (10 जुलाई 1856 – 7 जनवरी 1943) जिन्हें 20वी  सदी का जन्मदाता  कहा जाता है इन्होने प्रत्यावर्ती विधुत धारा, विधुत चुम्बकीय क्षेत्र तथा कई अन्य  महतवपूर्ण खोजे की | इनके अतिरिक्त वैज्ञानिक श्रोडेंगर, आइंस्टीन, नील्स बोहर तथा आधुनिक परमाणु जनक राबर्ट औपेन हाइमर जिन्होंने आधुनिक विज्ञान में महत्वपूर्ण योगदान दिया | ये सभी वेदों तथा उपनिषदों के अनुगामी (विद्यार्थी) थे |
जब स्वामी विवेकानंद न्यूयॉर्क गये तब उन्होंने वहां एक सम्मेलन  में संस्कृत में भाषण दिया और भारतीय सभ्यता के बारे में बताया। तब उस सम्मेलन  में उपस्थित लोगो और वैदिक सभ्यता में रूचि हुई और वे स्वामीजी से कई बार मिले और वैदिक तथ्यों पर चर्चा की ।
निम्न विडियो क्लिप को  समय 4:30 से 5:50 तक देखे
अधिक जानकारी के लिए देखें :
http://www.teslasociety.com/tesla_and_swami.htm
http://www.krishnapath.org/quantum-physics-came-from-the-vedas-schrodinger-einstein-and-tesla-were-all-vedantists/

4 टिप्‍पणियां:

  1. ।भारतेविजयतेतराम् ।आर्य संस्कृति अमर रहो ।

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  2. आज का विज्ञान अपने दम पर ज़ीरो से उठ कर ब्रह्मण्ड में करोड़ों प्रकाश वर्ष तक पहुंची है..... और कुछ भारतीय लोगों को आदत ही है कि किसी की भी खोज को पहले से ही अपने ग्रंथों में लिखा हुआ बता देते हैं
    ईमानदारी से और ठंडे दिमाग से सोचिये ..... आप लोग कहते हैं कि वेद सैकड़ों साल तो श्रुतियों के रूप में भारत में प्रसारित होते रहे फिर जब किसी पढ़े लिखे ने वेदों को लिखा भी तो भोज पत्रों पर .......फिर आप सोचिये कि वेदों में जहां पुष्पक विमानों अस्त्र शस्त्रों बिजली, रसायन आदि का ज्ञान है ... तो बेड़ों को लिखने के लिये क्या भोज पत्र ही मिले..... इन बातों का उत्तर भी मेरे ही पास है .....कोई पूछना चाहे तो बता सकता हूँ ... singhawtaar

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  3. ऊपर मेरे कॉमेंट में अंतिम पैरा में वेद के स्थान पर गलती से बेड़ों लिखा गया ....नज़र कमज़ोर होने के कारण क्षमा प्रार्थी हूं

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